26.2.22

February 26, 2022

मेहनत के आगे जीत_एक चतुर कौवा की लघु कथा

 दोस्तों आज मैं आपको एक चतुर कौवा की लघु कथा बताने जा रहा हूं। कहते हैं ना की जो मेहनत करेगा और जो हार नहीं मानेगा उसकी जीत कोई नहीं रोक सकता वो एक दिन विजय जरूर प्राप्त करेगा इसी टॉपिक पर जो आज की मेरी पोस्ट की स्टोरी है वो इसी पर केंद्रित है की कैसे बहुत ही मुश्किल से मुश्किल काम को अपनी हिम्मत और बहादुरी से अपना मुकाम हासिल किया। इसलिए आप मेरी मेहनत के आगे जीत_एक चतुर कौवा की लघु कथा पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े 

बहुत ही पुराने जमाने की बात है कि जंगल में एक कौवा रहता था एक बार गर्मियों के समय में उसे बहुत जोर से प्यास लगी लेकिन मई जून का महीना होने के कारण तालाब नहर झरना सब सूख गए थे उनमें पानी बिल्कल  नहीं था दूर दूर तक कई पानी नजर नहीं आ रहा था इसके कारण उसका गला सुखा जा रहा था और वो बहुत दुःखी हो रहा था कि जंगल में पानी नहीं मिला तो आज वो अपनी जान गंवा चुकेगा ।

फिर उसने अपनी हिम्मत नहीं हारी और पानी की तलाश में निकल गया बहुत देर खोजने की बाद उसे जंगल से काफी दूर उसे एक खेत में मटका दिखाई दिया और वो मन ही मन जबरदस्त खुश होता हैं उसे मालूम पड़ गया की उस मटके में पानी जरूर मिल जायेगा और मैं अपनी प्यास बुझा लूंगा यह सोचते हुए वो उस मटका ( मिट्टी का गड़ा) के पास पहुंच गया वहा जाकर  मटके के अंदर देखा तो पता चला कि उसमें पानी बहुत कम था यानी उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुंच पा रही थी इसलिए अब वो बहुत दुःखी हो गया और सोचने लगा की आज पानी नहीं मिलेगा। अब करू तो क्या करू।

अब कौवा बहुत परेशान हो गया और इधर उधर देखने लगा फिर उसे मटके से कुछ ही दूरी पर कंकड़ पत्थर दिखाई दिए इनको देख कर कौवा के दिमाग में एक तरकीब सोची और उसने छोटे छोटे कंकड़ पत्थर उस पानी के मटके के अंदर डालना शुरू कर दिया ऐसा वो तब तक करता रहा जबतक पानी में उसकी चोंच पहुंच पाती फिर कंकड़ पत्थर से धीरे धीरे पानी उपर आने लगा और अब कौवा अपनी चोंच से आराम से पानी पिया और अपनी प्यास बुझाई और वापिस अपने जंगल की और चला गया।

दोस्तों इस कहानी से हमे बहुत सीख मिलती हैं की हमको कभी भी किसी भी काम को मुश्किल नही समझना चाहिए हमारे में बहुत ताकत है दिमाग हैं इसलिए हमें मुश्किल से मुश्किल काम से घबराना नहीं चाहिए सोचो अगर वो कौवा हार मान कर चला जाता तो अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठता इसलिए हमें भी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा देना चाहिए ।मेहनत के आगे जीत_एक चतुर कोवा की लघु कथा आप सभी को मेरी पोस्ट कैसी लगी आप मुझे कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताना अगर आपको अच्छी लगी तो आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को जरूर फेसबुक व्हाट्स ऐप पर शेयर करना।

24.4.21

April 24, 2021

BSTC COURSE कैसे करें बीएसटीसी क्यों जरूरी है

 बीएसटीसी राजस्थान बेसिक स्कूल टीचिंग course होता है और यह कोर्स राजस्थान राज्य में बहुत ज्यादा लोकप्रिय है।primery स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए ये एक आवश्यक course माना गया है 12वीं पास करने के बाद हर स्टूडेंट मे इस कोर्स को लेकर उत्सुकता बहुत बढ़ जाती है। जो भी स्टूडेंट राजस्थान राज्य में teachir बनाना चाहते हैं तो वो बीएसटीसी के बारे में जानकारी लेना जरूर चाहेगा की बीएसटीसी कैसे होती है इसके लिए क्या और कौनसी कौनसी योग्यता होना जरूरी होती हैं। इसी लिए आज हम आपके लिए खासकर इस टॉपिक को ध्यान मैं रखते हुए BSTC COURSE कैसे करें। बीएसटीसी क्या और क्यों जरूरी है इस post मैं आपको पूरी har tarhe से बिल्कुल बारीक और सरल तरीके से बताया गया है मेरी इस पोस्ट को अंत तक read करना ना भूलें।

Har कोई स्टूडेंट 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद अपने हिसाब से कोई भी लेवल चुन सकते है क्यों कि अपना carriar बनाने के लिए कई ऑप्शन आपके पास मौजूद रहते हैं यहां पर आपको एक बात की गांठ बांध लेना चाहिए कि जो भी क्षेत्र को चुने आपको उसकी पूरी जानकारी होना भी जरूरी होता है तब आपको अपने मुखाम या अपने लक्ष्य तक पहुंचने में आसानी होगी और आप जल्द ही अपने carriar को सफल बना लेंगे

BSTC क्या है? - बीएसटीसी एक या दो साल का कोर्स होता है जो 12वीं कक्षा के बाद इस कोर्स को किया जाता है राजस्थान में आपको सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनाना है तो इस कोर्स को करना बहुत जरूरी होता है इस bstc course मैं विद्यार्थियों को primery कक्षायों को पढ़ान  के लिए ट्रेनिग दी जाती है आपको एक जानकारी देना जरूरी हैं कि इस कोर्स को आप कई विषयों में किया जा सकता है।

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जो student tiching के fild मै जॉब करना चाहते हैं उनके लिए बीएसटीसी course करना अति आवश्यक होता है अब आपके मन में सवाल उठता होगा की इतनी अच्छी जानकारी मिली लेकिन bstc का मतलब क्या होता है बताया नही तो आपके मन के सवाल का हल करते हैं बीएसटीसी मतलब -Basic school seaching certification कोर्स करने के बाद स्टूडेंट sarkari teacher की भर्ती प्रक्रिया सामिल हो सकता है।

बीएसटीसी कैसे करें? - bstc course करने के लिए bstc enternece exam या bstc प्रवेश परीक्षा पास करनी पड़ती हैं यह परीक्षा har साल आयोजित की जाती है इस परीक्षा को पास करने के बाद ही आप बीएसटीसी कॉलेज में प्रवेश कर सकते हो बीएसटीसी entranee exam har साल फरवरी या मार्च के महीनों मैं किया जाता है बीएसटीसी के लिए क्या क्या योग्यता होना जरूरी है आइए जानते है इसके बारे में-

बीएसटीसी करने के लिए क्या क्या योग्यता होना जरूरी है - यह बात तो हम सब जानते है कि कोई भी परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए कुछ योग्यता निर्धारित की जाती है। उसी तरीके से बीएसटीसी परीक्षा के आवेदन करने के लिए aualification को सामिल किया गया है बीएसटीसी परीक्षा के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त bourd से 12वीं उत्तीर्ण होना जरूरी होता है

Bstc उम्मीदवार राजस्थान राज्य का निवासी और भारतीय नागरिक होना जरूरी होता है bstc जनरल कैंडिडेंट 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए एससी/एसटी वर्ग उम्मीदवार 45%अंकों के साथ उत्तीर्ण होना जरूरी है।28 साल से ज्यादा उम्र का अभ्यार्थी bstc में परीक्षा नही दे सकता है तो प्रिय मित्रों BSTC COURSE कैसे करें बीएसटीसी क्यों जरूरी होता है आज की मेरी यह post आपको कैसी लगी आप मुझे जरूर बताएं हमारा यह प्रयास रहेगा की हमारी पोस्ट आपको जरूर पसंद आई होगी दोस्तों इस पोस्ट को अपने मित्रों के साथ whatsaap facebook tviter google instagram पर share जरूर करना अपनी राय comment box मैं जरूर बताएं हम हर समय आपकी सेवा में हाजिर रहेंगे


10.5.20

May 10, 2020

रेगिस्तान का जहाज किसे कहा जाता है

आज हम ऐसे जानवर की बात करेंगे जो भारत में ही नहीं पूरे विश्व में अपनी अलग ही पहचान बनाई है उसी का नाम है ऊंट ( Camel )
रेगिस्तानी इलाकों में और खासकर जहां बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है उस जगह यह सवारी ढोने के काम बहुत आते हैं भारत में ऊंटों की संख्या लगातार घट रही हैं विश्व के 2.4 प्रतिशत ऊंट पाले जाते हैं पूरे हिन्दुस्थान में यहां चार लाख ऊंटों में सबसे ज्यादा 50 प्रतिशत अकेले राजस्थान राज्य में पाले जाते है बाकी पंजाब, हरियाणा, गुजरात, यूपी, और मध्यप्रदेश में पाले जाते हैं भारत में एक कुबड़ वाला और अरब देशों में दो कुबड़ वाला ऊंट पाया जाता हैं आइए अब जानते है की किस कारण से ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता हैं
ऊंट रेगिस्तान का एक अति महत्वूर्ण एवं उपयोगी पशु है। ऊंट के पैर गद्दीदार होने के कारण रेतीली टीबो में नहीं धसतें है और वो तेज गति से रेगिस्तान में आसानी से दौड़ सकते है। पेड़ों के पते और झाड़ियों को खाकर अपना पेट भर लेता है। मलमूत्र गाढ़ा व चमड़ी मोटी होने के कारण पसीना कम आने से ऊंट को जल की आवश्यकता बहुत कम होती हैं जिसे वो 50 डिग्री तापमान में भी 8-10 दिनों तक बिना पानी पिए आसानी से रहे सकता है इसलिए गरम व शुष्क भागों में ऊंटों को आसानी से पाला जा सकता है यह भारी बोझ ढो सकता है और एक दिन में 45-50 किलोमीटर दूर तक चल सकता है।

ऊंट ( camel ) के होठ मोटे और लम्बे होते हैं। जिससे वह रेगिस्तान में पाए जाने वाले कांटेदार पौधे भी आसानी से खा पाता है। और इसकी लंबी गर्दन की वजह से वो ऊंचे पेड़ों की पत्तियों को भी खा पाता है। इसके पेट और घुटनों पर रबर जैसी त्वचा होती है जिससे वह बैठते समय रेत के संपर्क में आने पर भी इसका बचाव हो सके। यह त्वचा ऊंट के उम्र  5 -6 वर्ष का होने के बाद बनती है। 
 
ऊंट के शरीर के रंग की वजह से भी इसे रेगिस्तान के मौसम में रहने में आसानी होती है। इसके शरीर पर बालों की एक मोटी परत होती है जिससे यह धूप सह लेता है अरब देशों और खासकर जहां रेतीली जगह ज्यादा है वहां ऊंट ज्यादा पाले जाते हैं।

रेगिस्तान में ऊंट की उपयोगिता के कारण ही सैनिक टुकड़ियां सवारी व बोझा ढोने के लिए ऊंट का उपयोग करते हैं। ऊंटों में वर्षों बाद भी मार्ग याद रखने की अदभुत क्षमता होती है रेतीले मरुस्थल में परिवहन के साधन के रूप में ऊंट का कोई विकल्प नहीं है इसलिए ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता हैं।
ऊंट सवारी करने के अतिरक्त खेतों में हल जोतने, बोझा ढोने, कुवों से पानी निका लने सिंचाई करने, गाड़ी खींचने, बहुत सारे काम में ऊंटों को उपयोग में लाया जाता हैं ऊंट के बालों से रस्सियां, कम्बल, दरिया, व चमड़े से काठी, थैले, तेल रखने की कुपिया और जूतियां बनाई जाती हैं। इसका दूध बहुत आयुर्वेद दवाइयां बनाने में काम आता है और पीने के काम भी बहुत आता है तो दोस्तों यह रेगिस्तान का जहाज किसे कहा जाता है सारी जानकारी अगर आपको मेरी post अच्छी लगी हो तो आप इसे share करें

24.4.20

April 24, 2020

Facebook Page kaise Create-karen

आज का युग Internet का युग है. और हम सब किसी ना किसी तरीके से एंड्रायड फोन के साथ सब इंटरनेट से जुड़े हुवे है जितने भी इंटरनेट यूजर्स है वो  इन सब app का इस्तेमाल जरूर करतें हैं. जैसे Facebook whatsaap instagram tviter youtube और भी बहुत सारी ऐसी ऐप्स है जो हमारे दैनिक जीवन में बहुत लाभदायक होती हैं जिसे हम मनोरंजन के साथ साथ व्यापार bissness photo video यह सब एक जगह से दूसरी जगह पर भेजने के काम में लेते हैं. facebook का उपयोग तो हर internet यूजर्स करतें हैं लेकिन facebook page क्या होता है और यह कैसे बनाया जाता है वो सबको मालूम नहीं होता है इसलिए आज की मेरी post का titel भी यही है कि - Facebook Page kaise Create-karen

Facebook page create kaise karen

Facebook page बनाने के लिए आपके पास सबसे पहले फेसबुक पर अपना खुद का account होना जरूरी होता है. अगर आप new यूजर हो और अभी तक facebook पर अपना खाता नहीं है तो सबसे पहले अपनी gmail id से facebook पर लोग इन करके अपना एक account बना लीजिए अगर आपको अकाउंट बनाना नहीं आता है. तो आप youtube और google पर देख कर आसानी से facebook अकाउंट बना सकते हैं वो भी सिर्फ 5 मिनट में, अब में post topic पर आता हूं और आपको बिल्कुल सरल शब्दों में पूरी जानकारी हिंदी में देता हूं कि Facebook Page kaise Create-karen

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  • सबसे पहले अपने facebook account में log In कीजिए ।
  • Create page- login करने के बाद उपर left side menu के option पर click करें इसमें आपको page का ऑप्शन मिलेगा उस पर click करें उसके बाद create page पर click करें।
  • Get started- जब आप क्रिएट पेज पर click करेंगे तो एक page open होगा उसमें आपको Get started पर click करना है.
  • अपना page नाम इन्टर करें- Get start पर click करनें के बाद में जो page open होगा उसमें आपको अपने facebook page का जो भी नाम रखना चाहते है वो नाम इन्टर करना है page नाम लिखने के बाद Next पर click करना होगा।
  • Select any option- यहां पर आपको अपना page किसके लिए बनाना है उस पर टिक करना होगा।
  • Select category- अब आपको select category को select करने को कहा जायेगा नीचे जो भी आपके page से रिलेटेड category है उस पर टिक कर दीजिए और फिर Next पर click कर देना है।
  • अपनी website url inter करें- अगर आपके पास कोई Blog या website अपनी खुद की है तो उसकी url अपने page में जरूर डालें इसे आपके page पर जो भी यूजर आएंगे वो आपकी site पर भी जाएंगे जिसे आपकी trafic बढ़ने का चांस ज्यादा होगा। फिर भी आपके पास कोई भी यूआरएल नहीं है तो skip पर click कर दें।
  • Select frofile picture- यहां पर आपको अपनी एक अच्छी सी फ्रोफाइल picture aplod करनी है जो आपके page से रिलेटेड हो frofile add करने के बाद next button पर क्लिक कर दें।
  • Add a cover photo- अपने page के लिए एक cover photo जरूर लगाएं यह सब करने के बाद visit page पर click करना होगा।
Dhanewad: अब आपका facebook page बनकर तैयार हो गया facebook page का आपको बहुत फायदा होता है क्यों कि facebook पर हम 5000 से ज्यादा दोस्त नहीं बना सकते है और fb page से हम लाखों लोगों तक आसानी से पहुंच सकते हैं google भी facebook page को सबसे उपर रेंक देता है।
तो दोस्तों मैं आशा और उम्मीद करता हूं कि मेरी यह post Facebook Page kaise Create-karen आपको अपना खुद का facebook page बनाने में बहुत मदद करेगी फिर भी आप लोगों को इसमें कोई प्रॉब्लम होती हैं तो आप मुझे comment box में अपने सवाल पूंछ सकते हो मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि में आपकी सहायता जरूर करूंगा। इसी आशा के साथ की आप सभी लोग मेरी इस post को facebook whatsapp tviter youtube पर share जरूर करेंगे।

16.4.20

April 16, 2020

GO-DADDY par apna khudh ka account kaise create karen-hindhi man jankari

नमस्कार दोस्तों, जो नए internet user है वो शायद नहीं जानते होंगे कि Godaday क्या है। और इस पर अपना खुद का Account kaise create करें आज का time internet का है। और हर कोई user अपनी खुद की website या blog बनाना चाहता है जो लोग पुराने है उनको तो सब मालूम हैं, लेकिन new user को यह समझने में बहुत परेशानी होती हैं। कि kaise हम Godaddy पर अपना account बनाएं इस टाइम हर रोज सेंकेडों website और blog बनते हैं, और new user की यही चिंता बनी रेहेती है कि कहां से Domain नाम Buy करेंगे और कहा से होस्टिंग sarver buy करेंगे तो users आप मेरी इस post को अंत तक जरूर read करना - GO-DADDY par apna khudh ka account kaise create karen-

Domain खरीदने के लिए ऐसे तो internet पर बहुत सारी companyya है और site मौजूद हैं जहां से आप अपनी website और blog के लिए अपना खुद का domain और hosting buy कर सकते हो लेकिन में आपको सलाह दुंगा की आप Godaddy से buy करें क्यों की मैनें खुद भी godaddy से ही domain buy किया हुआ है यह compny papular और trusted भी है इस company से आप आसानी से अपना domain hosting खरीद सकते हो।


अगर आप godaddy से domain hosting buy करना चाहते है तो इसके लिए आपके पास अपना खुद का godaddy account hona जरूरी होता है तबी आप इस compny से कोई चीज buy कर सकते हो। तो चलिये अभी जो अपनी post का जो titel है उस पर आते हैं और आपको बिल्कुल सरल तरीका से जानकारी देता हूं कि GO-DADDY par apna khudh ka account kaise create karen
  • सबसे पहले आपको Godaddy.com की website पर जाना होगा
  • अब उसके बाद आपको right side में signln बटन पर click करना है फिर create my account पर click करना होगा।
उसके बाद आपके सामने एक new page open होगा उसमें आपको अपनी सारी diteil भरनी होगी
1. सबसे पहले Email Adreess लिखें
2. फिर दूसरी लाइन में अपना user nam लिखें
3. Password की जगह पर एक मजबूत password डालें
4. फिर 4digit का support pin लिखें यह pin आपको confirmation के लिए मांगा जाता है godaddy के costumer द्वारा।
यह सब हो जाने के बाद में security challenge को tik करें।
Create account पर click करने के बाद आपका godaddy पर आपका खुद का account बनकर तैयार हो गया congralation। अब आप कभी भी अपना user nam और password डालकर godaddy की website में login कर सकते हो.

प्यारे दोस्तों मेरी यह post GO-DADDY par apna khudh ka account kaise create karen आपको कैसी लगी और अगर koi problm आती हैं. तो आप मुझे comment box में अपना qution जरूर रखें मेरी पूरी पूरी कोशिश रहेगी कि पमें आपकी समस्या का समाधान जरूर करूंगा इसी आशा के साथ की आप इस post ko अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करेंगे,

1.4.20

April 01, 2020

महान वैज्ञानक आर्यभट्ट और चंद्रशेखर वेंकटरमण का जन्म कब- कहां हुआ

महान वैज्ञानक आर्यभट्ट और चंद्रशेखर वेंकटरमण का जन्म कब- कहां हुआ 
आर्यभट्ट- इनका जन्म ईसवी सन् 476 में कुसुमपुर बिहार में हुआ था गणित में त्रिकोणमिति के आविष्कारक; पाई  ( π ) के प्रथम प्रयोगकरता महान भारतीय वैज्ञानिक आर्यभट्ट ही थे। आर्यभट्ट ने ही सबसे पहले यह सिद्य किया कि धरती गोल है और अपनी धुरी पर घूमती हुई सूर्य की परिक्रमा करती हैं। सूर्य ग्रहण व चांद ग्रहण, चन्द्रमा अथवा धरती की छाया के परिणाम है। वृत की परिधि और व्यास के अनुपात के रूप में गणितीय मान 22/7 निकालकर उसका प्रयोग किया। कालांतर में उसका नाम पाई π दे दिया गया।

भारतीय वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमण- का जन्म 7 नवम्बर सन् 1888  में तमिलनाडु के तिरूूूूू चिरापल्ली में हुआ था। भौतिक विज्ञान में नोबल पुरस्कार प्राप्त करने वाले के प्रथम वैज्ञानिक "  विभिन्न पदार्थों द्वारा फैलाए गए प्रकाश के वर्णन पट में नई रंग होते हैं, जो मूल प्रकाश में नहीं होते।" यह खोज भौतिकी में रमन प्रभाव नाम से विख्यात है।

इन दोनों महान भारतीय वैज्ञानिको  भारत में ही नहीं पूरे विश्व में अपना नाम रोशन किया और साथ में भारत की पूरी दुनिया में पहचान बनाई ऐसे महान योद्धा से हमें बहुत कुछसीखने को मिलता है और आज पूरी दुनियां इनको याद करती हैं मुझे आशा है कि आपको मेरी यह पोस्ट- महान वैज्ञानक आर्यभट्ट और चंद्रशेखर वेंकटरमण का जन्म कब- कहां हुआ अच्छी लगी होगी अगर अच्छी लगी हो तो आप इस post को अपने socil account पर share जरूर करें।
April 01, 2020

कोरोना वायरस ( covid-19 ) के लक्षण-उपचार क्या-क्या है

हैलो दोस्तों आप सब का स्वागत है अभी जो पूरे विश्व में एक ही चीज का डर है वो यह है की पूरा विश्व कैसे इतनी भयानक महामारी से निपटें और अपने नागरिकों को कैसे बचाएं। आज के समय में सभी देश इतना डर रहे है कि कई यह corona वायरस अपने को चपेट में तो नहीं लेले। इस corona virus का अभी तक कोई देश और कोई भी वैज्ञानिक यह दवाई या ओसदी नहीं बना पाया जो इस भयानक महामारी viras से इंसानों को बचा सके। इसलिए इस पोस्ट में आपको बता रहा हूं कि हम सब कुछ बातों का ध्यान रखकर अपने आपको इस महामारी नामक ( covid-19 )वायरस से दूर रख सकते हैं। मेरी पोस्ट को अंत तक जरूर read- करें 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च 2020 को इस बीमारी को महामारी घोषित कर दिया. इससे पहले 30 जनवरी 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने corona virus को ग्लोबल हेल्थ इमेरजेंसी घोषित किया था. 11 फरवरी 2020 को इस corona virus को covid-19 का नाम दिया गया. COVID-19 यानी 'कोरोना वायरस डिसीज 2019' चूंकि 2019 में कोरोना वायरस का मामला सामने आया था इसलिए इसे कोविड-19 का नाम दिया गया.

 Corona virus ( covid-19 ) की शुरुवात कब हुई- अमेरिकन मेगजीन नेशनल रिव्यू में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार ये बीमारी सबसे पहले पिछले साल यानी 2019 में चीन के हुबुई के सीफूड मार्केट से शुरू हुई और इसके बाद पूरे चीन में इसने कहर बरपाया चीन के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक corona viras से अकेले चीन में लगभग 30-40 हजार मौतें हो चुकी है। अभी चीन में इसका प्रकोप कम हुआ है चीन के वूवान शहर में सबसे अधिक लोगों की जान गई थी। कोरोना वायरस के लक्षण-उपचार क्या-क्या है!

Corona virus चीन के अलावा दूसरे देशों में भी बहुत लोगों को मौत के मुंह निगल चुका है। इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित इटली अमेरिका स्पेन और यूरोप के कई देशों के साथ भारत पाकिस्तान में भी अपने पावों को पसारना शुरू कर दिया है। भारत सरकार ने इस वायरस से निपटने के लिए बहुत ही अच्छे कदम उठाए जा रहे हैं। और पूरे भारत में 21 दिनों का lockdown घोषित कर दिया है जिसे कोई भी नागरिक अपने घरों से बाहर निकल नहीं सकता है। और इसके परिणाम भी बहुत अच्छे आए हैं।
Corona वायरस के लक्षण-wHo ने इस वायरस के लक्षणों की पुष्टि की है जिसे इंसानों पर लक्षण इस रूप में देखा जा सकता है। जैसे शरीर में हल्का दर्द होना,खांसना, गले में खेरांस, हल्का बुखार सर्दी जुखाम,थकान महसूस होना,सांस लेने में दिक्कत होना, अगर आप में भी ऐसे लक्षण दिखाई देते है तो एक बार docter के पास जाकर चेकअप जरूर करवा लेना चाहिए
Corona virus se बचे कैसे- इस घातक महामारी से बचने के लिए बहुत से ऐसे उपाय है।जिसे हम अपने आपको बचा सकते हैं और इसको ज्यादा फैलने से रोकने में सफल हो सकते है। इसकी सबसे ज्यादा रोकने की सफल उपाय सोसियलदिस्ट्टेंस बनाएं रखना जरूरी है भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जानें से अपने आपको बचाएं घरों से बाहर निकलने  से बचें
दिन में 8-10 बार अपने हाथों को साबुन या पानी से साफ करें घर से बाहर जाते हैं तो अपने मुंह पर मास्क जरूर पहनें। सुबह गरम ( नॉर्मल ) पानी का इस्तेमाल करें एक आदमी से दुसरे आदमी की दूरी भी 1 मीटर या 3 फिट तक जरूर रखें अपने घरों के बाहर और दरवाजा पर सेनिटाइजर का छिड़काव जरूर करें और अभी तक जो corona virus से बचने का सबसे पहला उपाय है वो है अपने घरों में रहना क्यों की दोस्तों अभी तक इसका कोई इलाज या वैक्सीन वैज्ञानिकों ने नहीं बनाई है।

मेरे प्यारे दोस्तों  इस-कोरोना वायरस covid-19 के लक्षण-उपचार क्या-क्या है!
 पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करना और अपने आपको और अपने पूरे परिवार को बचाना है। इसे आप सोसिल account पर share जरूर करना।facbook whatsaap, tviter instagram आदि पर। और दोस्तों एक बात का जरूर द्यान रखना जरूरी है कि इस भयानक महामारी मै अपने आस पास कोई भी इंसान भूखा या कोई कारण वंश दुःखी नहीं रहना चाहिए हम लोगों से श्रद्धा से जितनी सेवा हो सके जरूर करना चाहिए
Not- इस पोस्ट का किसी सरकार या देश की आलोचना या उसकी कमियां निकालना का कोई मकसद नहीं है यह पोस्ट केवल इंसानों और मानव जाति में जागरूकता अभियान लाना है covid 19 के खिलाफ और मानव जाति को corona पर विजय प्राप्त करना है।

26.3.20

March 26, 2020

गुजरात राज्य का इतिहास

नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको भारत के उस राज्य की बात करूंगा जिसका भारत देश में भी नहीं पूरे विश्व में अलग ही जगह बनाई है वो है भारत का राज्य गुजरात। जिसका  गठन सन 1 मई 1960 को हुआ था गुजरात का सबसे बड़ा शहर अहमदाबाद है गुजरात का क्षेत्रफल तकरीबन 196000 वर्ग  k m है गुजरात राज्य का इतिहास
फ़ोटो बय गू्गल

भारत के पश्चिमी तट पर स्थित गुजरात प्रदेश प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर है साथ ही इसका सांस्कृतिक इतिहास भी बहुत समृद्ध है। भगवान् श्रीृष्ण ने इसी प्रदेश को राज्य सथापित करने के लिए चुना और सागर तट पर द्वारका को अपनी राजधानी बनाया। स्वामी दयानन्द सरस्वती का जन्म भी गुजरात में हुवा था हिंदुस्तान बापू के नाम से प्रसिद्ध महात्मा गांधी जी का जन्म भी गुजरात राज्य के पोरबन्दर में हूवा। लौह परुष सरदार वल्लभ भाई पटेल भी गुजरात राज्य के भी सपूत है जिन्होंने सर्धा के केंद्र सोमनाथ के मंदिर का स्वतंत्रता के बाद पुनर्निर्माण करवाने में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति में राष्ट्रीय एकता के प्रतीक रूप में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ( स्टेचू ऑफ़ यूनिटी ) स्थापित की गई जिसकी उचाई 182 मीटर है इस मूर्ति के निर्माण में भारत के हर कस्बा से कर्षी उपकरणों का लोहा इस्तेमाल किया गया था। इस प्रदेश में पालीताणा नामक जैन धर्म तीर्थ स्थान है वहां पर 863 मंदिर है।
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कच्छ धोलाविरा मै पांच हजार वर्ष पूर्व के व्यवस्थित नगरीय व्यवस्था के अवशेष अभी प्राप्त हुवे है। जिससे यह पता चलता है कि गुजरात प्रदेश में भारत की सांस्कृतिक विरासत शताब्दियों पूर्व विकसित हो गई थी जो आज भी सुरक्षित है। खेतों में पानी की सिंचाई के लिए नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर नामक बहुउद्देशीय नदी परियोजना का निर्माण पूरा हो चुका है।
गुजरात राज्य में कपड़ा और हीरो का काम भी बहुत जोरदार होता है यहां का हीरा बाजार पूरे विश्व में भारत की पहचान अलग ही बनाता है भारत के वर्तमान प्रधानंत्री ( 2013..से) श्री मान नरेंद्र मोदी का जन्म भी गुजरात के वडनगर में ही हुंवा था।

राज्य के सम्बन्ध में जानने योग्य बातें
गुजरात प्रदेश की राज्य की भाषा गुजराती है।
गांधीनगर गुजरात प्रदेश की राजधानी है।
कांडला उतर पश्चिम भारत का मुख्य बन्दर गाह है
अंकलेश्वर में खनिज तेल और पेट्रोलियम प्राप्त होता है 

गुजरात राज्य का इतिहास पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी और आगे भी ऐसी ही जानकारी आपके साथ शेयर करता रहूंगा आप भी मेरी पोस्ट को अपने सोशिल एकाउंट पर शेयर जरूर करें जैसे facebook whatsaap instagram आदि पर

20.3.20

March 20, 2020

भारतीय सेना में कॅरियर कैसे बनाएं

हैलो दोस्तों नमस्कार! कुछ दिन काम में व्यस्त होने के कारण में आपके लिए नयी पोस्ट नहीं लिख सका।इसका मुझे खेद है .आज मैं आपके लिए बहुत ही अच्छी पोस्ट लेकर आया हूं जिसका Topic है- भारतीय सेना में कॅरियर कैसे बनाएं
हर किसी भी देश का नागरिक यही चाहता है कि मैं अपने देश की सेवा करूं ऐसे में सब जोस और जज्बा से अपने देश के लिए कुछ ना कुछ करना जरुर चाहते हैं तो आज की पोस्ट में बताया गया है कि भारतीय सेना में कैसे सामिल हो सकते हैं.

आप अगर देश की सेवा और समर्पण भाव से प्रेरित है और देश के लिए कुछ करने के जज्बे से अभिभूत हैं तो भारतीय सेना के विभिन्न भागों में अपना कॅरियर बना सकते हैं।भा भारतीय सेना में मूल रूप से सशस्त्र सेना बल में इन चार प्रोफेशनल सेवाओं को शामिल किया गया है- भारतीय थल सेना, भारतीय वायुसेना, भारतीय नौसेना,औ औ भारतीय कोस्ट गार्ड, इसके अलावा दुसरी पैरामिलिट्री फोर्स-इंटर - सर्विसेज इंस्टिट्यूशस भी भारतीय सशस्त्र सेना कोो सहायता करती है मूल रूप से सेना के तीनों विंग्स आर्मी, नेवी
एयरफोर्स में परमानेंट कमीशंड आॅफिसर्स संघ लोकसेवा आयोग की दो अखिल भारतीय एंट्रेंस एग्जामिनेशंस एनडीए और सीडीएस से की जाती है। तो चलिए दोस्तों अब आपको विस्तार से जानकारी देता हू

मुझे पूरा विश्वास है कि आपको यह मेरी पोस्ट बहुत अच्छी लगी होगी  आप शेयर जरूर करें और अपने दोस्तों के साथ भी  शेयर करें व्हाट्सएप फेसबुक इंस्टाग्राम सब पर शेयर करें