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6.10.24

October 06, 2024

YouTube channel कैसे बनाये - हिंदी में जानकारी

हैलौ दोस्तों नमस्कार, आज में मेरी पोस्ट में आपको बताऊंगा की Youtube channel कैसे बनाये, youtube आज के समय में बहुत ही फैमस social विडियो साइट है.  और हर रोज लाखोँ विडियो youtube पर अपलोड  किये जाते हैं बहुत से ऐसे लोग हैं.  जो लाखों रुपये हर महीने youtube channel से कमाते हैं इस internet के युग में हर कोई एंड्रॉयड फोन इस्तेमाल करता है.  और सभी एंड्रॉयड फोन में लगभग youtube आता है.  जो लोग अपना खुद का चैनल youtube पर बना लिया है.  उनके लिए और जो अभी नया चैनल बनाना चाहते हैं. तो आप इस post - YouTube channel कैसे बनाये - हिंदी में जानकारी को अंत तक step by step जरूर पढें.

 Account बनायें 

अगर आप youtube पर अपना चैनल बनाना है तो आप अपना GOOGLE Account काम में ले सकते हैं और अगर आपको दुसरे अकाउंट से चैनल बनाना है.  तो आप www.youtub.com पर जाने के बाद top left पर बने बड़े साइन-इन पर क्लिक करके आगे के स्टेप्स फॉलो करे. 
 यह भी read करें Blogger Blog ko website Mai kaise badhlen?

अपना channel सेटअप करें 

Youtube पर अकाउंट बन जाने के बाद आप अपना youtube channel बना सकते हैं इसके लिए top raght पर जाकर Frofil fichar पर क्लिक करें और अपना चैनल का चुनाव करें इसके बाद आपको अपने चैनल का नाम देना होता है.  नाम ऐसा रखें जो दिखने और पढने मे व्यूअरस को सुंदर लगे और अपनी और आकर्षित करता हो फिर उसके बाद आपको कस्टमाइज चैनल बटन पर क्लिक करते हैं तो चैनल आर्ट और अपना Frofil fichar ऐड कर सकते हो.  

Video apload kaise kare 

Video  अपलोड करने के लिए Frofil fichar पर क्लिक करके youtube studeo ओॅप्शन पर जाकर आप विडियो अपलोड कर सकते हैं.  किस किस को विडियो दिखाना चाहते हैं इसके लिए आप पब्लिक प्राइवेट, अनलिस्टेड और शेड्यूल का विकल्प चुन सकते हैं विडियो अपलोड होने के बाद आप टाइटल टैग संबंधित जानकारी जोड़ सकते हो.  

अपने channel का मोनेटाइज करके पैसा कमाऐ

आज के समय में बहुत से ऐसे लोग हैं जो youtube channel से लाखों रुपये हर महीने कमाते हैं अगर आप भी अपने चैनल से पैसे कमाना चाहते हैं.  तो अपने चैनल को मोनेटाइज करना जरूरी होता है.  इसके लिए आपके चैनल पर लास्ट 12 महीने में चार हजार वाॅच्ड आवर्स होना जरूरी है और कम से कम एक हजार सब्सक्राइबर होना भी जरूरी है 
यह सब होने के बाद अपने चैनल को google adsense Account approved करवाना पडता है अगर अपने चैनल को approwe मिल जाता है तो हम अपने चैनल पर एड लगाकर सुपर चैट से कमाई कर सकते हैं.  

मुझे उम्मीद है कि आपको आज की मेरी post YouTube channel कैसे बनाये - हिंदी में जानकारी,  अच्छी लगी होगी आपको अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप comment box पुछ सकते हो दोस्तों पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें. 

10.5.20

May 10, 2020

रेगिस्तान का जहाज किसे कहा जाता है

आज हम ऐसे जानवर की बात करेंगे जो भारत में ही नहीं पूरे विश्व में अपनी अलग ही पहचान बनाई है उसी का नाम है ऊंट ( Camel )
रेगिस्तानी इलाकों में और खासकर जहां बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है उस जगह यह सवारी ढोने के काम बहुत आते हैं भारत में ऊंटों की संख्या लगातार घट रही हैं विश्व के 2.4 प्रतिशत ऊंट पाले जाते हैं पूरे हिन्दुस्थान में यहां चार लाख ऊंटों में सबसे ज्यादा 50 प्रतिशत अकेले राजस्थान राज्य में पाले जाते है बाकी पंजाब, हरियाणा, गुजरात, यूपी, और मध्यप्रदेश में पाले जाते हैं भारत में एक कुबड़ वाला और अरब देशों में दो कुबड़ वाला ऊंट पाया जाता हैं आइए अब जानते है की किस कारण से ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता हैं
ऊंट रेगिस्तान का एक अति महत्वूर्ण एवं उपयोगी पशु है। ऊंट के पैर गद्दीदार होने के कारण रेतीली टीबो में नहीं धसतें है और वो तेज गति से रेगिस्तान में आसानी से दौड़ सकते है। पेड़ों के पते और झाड़ियों को खाकर अपना पेट भर लेता है। मलमूत्र गाढ़ा व चमड़ी मोटी होने के कारण पसीना कम आने से ऊंट को जल की आवश्यकता बहुत कम होती हैं जिसे वो 50 डिग्री तापमान में भी 8-10 दिनों तक बिना पानी पिए आसानी से रहे सकता है इसलिए गरम व शुष्क भागों में ऊंटों को आसानी से पाला जा सकता है यह भारी बोझ ढो सकता है और एक दिन में 45-50 किलोमीटर दूर तक चल सकता है।

ऊंट ( camel ) के होठ मोटे और लम्बे होते हैं। जिससे वह रेगिस्तान में पाए जाने वाले कांटेदार पौधे भी आसानी से खा पाता है। और इसकी लंबी गर्दन की वजह से वो ऊंचे पेड़ों की पत्तियों को भी खा पाता है। इसके पेट और घुटनों पर रबर जैसी त्वचा होती है जिससे वह बैठते समय रेत के संपर्क में आने पर भी इसका बचाव हो सके। यह त्वचा ऊंट के उम्र  5 -6 वर्ष का होने के बाद बनती है। 
 
ऊंट के शरीर के रंग की वजह से भी इसे रेगिस्तान के मौसम में रहने में आसानी होती है। इसके शरीर पर बालों की एक मोटी परत होती है जिससे यह धूप सह लेता है अरब देशों और खासकर जहां रेतीली जगह ज्यादा है वहां ऊंट ज्यादा पाले जाते हैं।

रेगिस्तान में ऊंट की उपयोगिता के कारण ही सैनिक टुकड़ियां सवारी व बोझा ढोने के लिए ऊंट का उपयोग करते हैं। ऊंटों में वर्षों बाद भी मार्ग याद रखने की अदभुत क्षमता होती है रेतीले मरुस्थल में परिवहन के साधन के रूप में ऊंट का कोई विकल्प नहीं है इसलिए ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता हैं।
ऊंट सवारी करने के अतिरक्त खेतों में हल जोतने, बोझा ढोने, कुवों से पानी निका लने सिंचाई करने, गाड़ी खींचने, बहुत सारे काम में ऊंटों को उपयोग में लाया जाता हैं ऊंट के बालों से रस्सियां, कम्बल, दरिया, व चमड़े से काठी, थैले, तेल रखने की कुपिया और जूतियां बनाई जाती हैं। इसका दूध बहुत आयुर्वेद दवाइयां बनाने में काम आता है और पीने के काम भी बहुत आता है तो दोस्तों यह रेगिस्तान का जहाज किसे कहा जाता है सारी जानकारी अगर आपको मेरी post अच्छी लगी हो तो आप इसे share करें