14.5.19

सूर्य सबसे पहले किस देश में उगता है आलंपिक गोल्ड मेडल में कितना सोना होता है- ऐसी अजब गजब जानकारी पुरी हिन्दी में

हमारे सब के मन में यह सवाल जरूर खटकता है की सबसे पहले सुर्य कौनसी country में उगता है वो देश क्या नाम से जाना जाता है तो दोस्तो ऐसी ही अजब गजब जानकारी जो इसे पहले आपको शायद ही पढने को मिली होगी मेरी इस पोस्ट में आपको बताऊंगा की सुर्य सबसे पहले कौनसा देश में उगता है आलंपिक गोल्ड मेडल में कितना सोना होता है। और गैस का गुबारा आकाश में कितना ऊपर तक जाता है आप मेरी पोस्ट को ध्यान से पढियेगा और आपको अच्छी लगती है। तो अपने दोस्तों के साथ शेयर भी जरूर किजियेगा।

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सुर्य सबसे पहले कौनसा देश में उगता है? 

इस सवाल का जवाब समझना आशान नहीं है क्योंकि धरती घूमती रहती है इसलिए यह कहना थोड़ा मुश्किल है कि कौनसा देश सबसे पहले आता है हमने धरती को अक्षांश, देशांतर के जरिए विभाजित किया गया है धरती के गोले पर उतरी ध्रुव से दक्षिण ध्रुव तक जो काल्पनिक देशांतर रेखाएं हैं। उनमें जो देश सुदूर पूर्व में 180 देशांतर पर पङेगे वहां सबसे पहले सुर्य उदय मानना चाहिए साथ ही दुनिया को अलग अलग समय जो में विभाजित किया गया है इस टाईम जोन से तह होता है कि सबसे पहले सूर्योदय किस देश में होता है.  सामान्यत हम मानते हैं कि दुनिया में  जापान का मिनामी तोरीशीमा ध्रुव पुर्व में हे इसलिए वहां सबसे पहले सूर्योदय मान सकते हैं इसका दुसरा तरीका यह है कि डेटलाइन को आधार मानें ग्रीन विच मीन टाइम को यदि हम आधार मानते हैं तो जापान के समय में नौ घंटे जोड़ने होगें यानी जब ग्रीन विच मान टाइम शुन्य होगा यानी रात के बारह बजे होगें तब जापान में सुबह के नौ बजे होगें वास्तव में जीएमटी से ठीक बारह घंटे का फर्क फिजी तुवालू न्यूजीलैंड और किरिबाती के मानक समयों में है जबकी इन सबकी स्थिति में अन्तर है इस लिहाज से दुनिया का सबसे पूर्व में स्थित क्षेत्र किरिबाती का कैरलिन दिप है इसलिए यह हम मान सकते हैं कि कैरलिन का सूर्योदय धरती पर सबसे पहले होता है।

आलंपिक गोल्ड मेडल में सोना कितना होता है? 

सबसे पहले आपको बता दें कि 1896,1900 के आलंपिक में गोल्ड मेडल नहीं दिया गया था उनमें चांदी और तांबे के मेडल विजेता टीम और उपविजेता टीम को दिया गया था 1904 में अमेरिका के मिजूरी में तीन मेडल का चलन शुरू हुवा ओलिंपिक के गोल्ड मेडल का आकार डिजाइन और वजन बदलता रहता है.  लंदन ओलंपिक में काफी बडे़ आकार के मेडल दिए गए जो 85 मिमी व्यास के थे इसलिए मेडल की मोटाई 7 मिमी थी सोने का मेडल भी चांदी में ढाला जाता है और उसके ऊपर लगभग 6 ग्राम सोने की प्लेटिंग की जाती है चांदी का मेडल. 925 शुदता की चांदी का बना हुआ होता है. और कांस्य पदक में तांबे टिन और जस्ते की मिलावट होती है।

गैस का गुब्बारा आसमान में कितना ऊपर जाता है? 

गैस के गुब्बारे में हीलियम गैस भरी जाती है यह गुबारा इसलिए ऊपर जाता है.  क्योंकि हीलियम गैस हवा से हल्की होती है.  चूकि हमारे वायुमंडल में आप जैसे जैसे ऊपर जाएंगे हवा हल्की होती जाएंगी आमतौर पर एक छोटा गुबारा चार पांच सौ मीटर की ऊंचाई तक जाता है.  साथ ही वह हवा के प्रवाह के साथ बहने लगता है धीरे धीरे गुब्बारे में भरी हीलियम निकलती जाती है।  और वह नीचे आने लगता है तो दोस्तो  आज की मेरी इस पोस्ट में आपको अजब गजब की जानकारी अच्छी लगी होगी आप अपनी राय comment box  में जरूर बताना। 

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